दोस्तों
पिछ्ले कुछ दिनों से गैर हाजिर था । पत्नी भाईदूज के अवसर पर जनकपुर अर्थात मायके गईं थी। सो मै भी उनके साथ हो लिया. तो कुछ भी खत-खुतूत न कर सका. अब आ गया तो फिर से हाजिर हूं एक और पोस्ट क़ॆ साथ .
सीता की दुविधा, रामकथा का नया रूप
14 years ago